होली का त्योंहार शांति से संपन !
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डीडवाना (अबरार अली बेरी )
डीडवाना में मालियों के 12 बासों से निकले वाली गैर का अपना एक अलग ही महत्व है ! परन्तु पिछले कई सालों से राजनितिक हथकंडो का अड्डा बनती जा रही है ! समाज के ही चंद लोग इस ऐतिहासिक सांस्कृतिक और लोक संस्कृति को पलीता लगाने पर तुले है समाज को ऐसे लोगो को पहचान कर अपनी धरोहर का संरक्षण करना चाहिए !
पिछले एक दशक से देखा जा रहा है कि समाज की इस महान परम्परा को राजनितिक ओढ़नी ओढाने की फिराक में चंद लोग जी जान से जुटे है इन्ही लोगो की लालसा का फायदा दूसरे लोग उठाते है और अनावश्यक विवाद को जन्म दे देते है ! पिछले दो सालो से जब से 7D अस्तित्व में आयी तब से कुछ लोगो ने माली समाज को सरकार के खिलाफ होने का झूँठा और मिथक प्रचार कर हालात विरोध जैसे उत्त्पन करने की कोशिस की जा रही है ! पिछली साल भी अव्यवस्था फैलाने की कोशिस की गयी इस बार फिर दोहराने का मानस रहा परन्तु पुलिस की सक्रियता और जागरूकता काम आयी !
एक तरफ हम कहते है अथिति देवो भवः और दूसरी तरफ हम ही आवेस और भावावेश में आकार ऐसे निर्णय लेते है कि अथिति को आने ही नही दिया जाए ? ज़रा सोचिये इतिहास के पन्नो को पलटिये और देखिये की दशको से चली आ रही मालियों की गैर का इतिहास क्या रहा रहा है और अब चंद स्वार्थ सिद्दी लोग इसे किस और मोड़ना चाहते है !
माली समाज का डीडवाना में अपना एक अलग मुकाम है अपने स्टेण्ड को पहचान कर समाज के निष्पक्ष और सेवा भावी लोगो आगे आकर अपनी चमक को बरकरार बनाये रखने की पहल करनी होगी वरना आने समय में मात्र नाम की गैर रह जाएगी ! 7D का विवाद जहां तक मेरा नजरिया और ज्ञान काम कर रहा है वो निजी मामला है चंद दुकानदारों और विभाग के बीच न्यायपालिका में मामला विचाराधीन है ऐसे में इस मामले को समाज विशेष से जोड़ देना न्यायोचित नही है ! नगर विकास से जुड़ी इस 7D योजना पर मैं कुछ नही कहूंगा मामला न्यायलय में विचाराधीन है जो भी निर्णय आएगा उसका हम सब को सम्मान करते हुए पालना करनी चाहिए ! परन्तु किसी व्यक्ति विशेष के विवाद को हम सामाजिक विवाद बनाले ऐसे हालात भी नही उत्पन होने चाहिए ! समाज को आगे आकर देखना कि कौन लोग है जो अपनी राजनितिक दूकान को चमकाने के लिए समाज के अस्तित्व से खिलवाड़ कर रहा है !
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